Saturday, August 27, 2011

हाय रे राजनीति

हाय रे राजनीति हाल कहो अपना
संसद में चोरो उचक्कों का डेरा हैं
तस्कर लुटेरो ने संसद को घेरा हैं
संसद में घटती हैं नित्य नयी घटना
हाय रे राजनीती हाल कहो अपना
रोज़ लोग देखते हैं बैठे संसद में
लम्बी कतारों के तैर रहे नारों पर
अपने स्वार्थ के खातिर वो देते हैं धरना
हाय रे राजनीति हाल कहो अपना
संसद में सांसद तो मस्त हुआ मौल्ला हैं
ज़नता बेचारो का बुझ रहा हौल्ला हैं
देखो ज़नता का गठरी बना लादना
हाय रे राजनीति हाल कहो अपना
संसद ग्रिह का अपना वसूल हैं
ज़न लोक पल बिल पास करने के
पहले ही संसद हाउस फुल हैं
छोटे छोटे दलों के लग रहे नारे हैं
पांच करोण  दे दो वोट तुम्हारे हैं
सांसदों के कारण संसद बदनाम हैं
घोटाला कर कर के देश का बुरा हाल हैं
सांसदों के कारण राजनीती बदनाम हैं
घोटाला करना उनका पुस्तैनी काम हैं
ज़नता हैं मुश्किल में वोट दे दे कर
सांसद हैं मस्ती में चोरी कर के कर
एक तरफ संसद में चोरो की फौज हैं
घोटाला कर कर के मिनिस्टरो की मौज हैं
संसद में न आना बात अनमोल हैं
चर्चा न करना उनका यही गोल हैं
संसद के कानून का पढाई बड़ा घोर हैं
सांसदों का पार्टियों का नाता बड़ा जोर हैं
सांसदों का काम हैं मौज करना
हमारा काम हो गया जानता को हैं मारना
भारत में गीध्ह  की संख्या बढ़ी आधा हैं
अब सांसदों की संख्या उनसे ज्यादा हैं
जानता के काम पे देते हैं धरना
जनता के काम नहीं होने देना हैं
अभी हमें समय दो चोरी हमें हैं करना
राजनीती चर्चार्ये पकड़ रही जोर हैं
संसद में मार धाड़ बिधान सभा में शोर हैं
जेठ की दुपहरी में ज़नता जब जलता हैं
ए सी  की हवा तब भी सड़को पर बहता हैं
सफ़ेद चोरो की देख लो अब नहीं हैं संसद में लाना
ऐसा ही फैशन हैं ऐसा ही ज़माना

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