आज देखता हूँ याद आती
तुम वही हो याद आती
तुम्हारी जुल्फे
आज भी याद हैं
नैनो से बरस रहा सावन
आज भी याद हैं
तुमने ऐसा क्यों किया
दीवाना मुझे बनाकर
कातिल निगाहों का जादू
आज भी याद हैं
कल देखता था तुझको
प्यार भरी निगाहों से
आज हट जाती हैं नज़रे
आज भी याद हैं मुझे
देखता था तुझको
इकरार कर नहीं पता
वो इकरार तो दिखाओ
आज भी याद हैं मुझे
मैं जनता था तुम भी
प्यार करती हो मुझे
मैं कह नहीं पाया था
आज भी याद हैं मुझे
बात तो निकाला तुमने
पहले प्यार की अंकुर से
अंकुर तो फुट गया मगर
बीज सुख गया पहले
ऐसे थे वो प्यार की लम्हे
सोचता हु आज भी
कभी न करना प्यार ऐसे
आज भी याद हैं मुझे